पटना के राजेंद्र नगर और बिहटा ESI अस्पताल में कोविड-19 मरीज़ों का इलाज शुरू

TEAM IBN –बिहार की राजधानी पटना में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए तीन कोविड केयर अस्पतालों में ऑक्सीजनयुक्त बेड की संख्या बढ़ा दी गई है जिसमें रविवार को दो अस्पताल में उपचार शुरू हो गया जबकि एक अन्य अस्पताल में सोमवार से मरीजों को भर्ती किया जाएगा। तीनों अस्पताल मिलाकर 312 मरीजों को ऑक्सीजन बेड पर भर्ती करने की व्यवस्था की गई है।
जिन दो अस्पतालों में मरीज भर्ती होना शुरू हो गए हैं, उसमें बिहटा ईएसआई अस्पताल और राजेंद्र नगर नेत्र अस्पताल है। वहीं, पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में बनाए गए कोविड-19 सेंटर में सोमवार अपराह्न से मरीज भर्ती होने लगेंगे। बिहटा ईएसआई अस्पताल में 100 बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है, जिसमें वैसे मरीजों को भर्ती किया जा रहा है जिनका ऑक्सीजन लेवल कम है। यहां आईसीयू और वेंटीलेटर की सुविधा नहीं है। उसी परिसर में सेना द्वारा संचालित 50 बेड में से दस बेड पर आईसीयू और वेंटीलेटर की सुविधा प्रदान की गई है। हालांकि, जिलाधिकारी के स्तर से बिहटा ईएसआई अस्पताल में 200 बेड का आइसोलेशन सेंटर बनाने को कहा गया है।
डीएम द्वारा सिविल सर्जन को लिखे पत्र में कहा गया है कि यहां पर 500 बेड का अस्पताल संचालित किया जा सकता है। इसके लिए यहां पर पर्याप्त सुविधा भी है। इसीलिए इस दिशा में भी पहल की जाए। फिलहाल 100 बेड पर मरीजों को भर्ती करने का काम शुरू हो गया है। वर्तमान समय में कोविड-19 सेंटर में 17 मरीज भर्ती हैं, जिनका उपचार चल रहा है। इसी प्रकार राजेंद्र नगर नेत्र अस्पताल में 100 बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है। कंकड़बाग स्थित पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स स्टेडियम में 112 बेड का कोविड-19 केयर सेंटर रविवार को बनकर तैयार हो गया। बेड पर ऑक्सीजन पाइप लाइन की व्यवस्था कर दी गई है। यहां सोमवार की शाम से मरीजों को भर्ती किया जाएगा। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी उपेंद्र शर्मा और नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने अस्पताल की व्यवस्था का जायजा भी लिया।
अगले तीन दिन में सौ बेड और
बिहटा इएसआई अस्पताल में अगले तीन दिनों में ऑक्सीजनयुक्त सौ बेड और लगाए जाएंगे। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि वहां पांच सौ बेड पर इलाज हो सकता है। फिलहाल पचास बेड सेना के चिकित्सकों द्वारा संचालित किया जा रहा है। दो सौ पर कोविड केयर सेंटर शुरू किया जाना है। इसमें से सौ बेड पर इलाज शुरू कर दिया गया है। सौ अतिरिक्त बेड पर व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।




