मुजफ्फरपुर में बारिश की फुहारों के बीच लीची में निखार, शाही लीची में आई मिठास और लाली

TEAM IBN-मुजफ्फरपुर के शाही लीची का स्वाद दुनिया भर में मशहूर है ।इसमें शाही जैविक लीची की बात ही अलग है। विदेशों में इसकी काफी डिमांड है खासकर खाड़ी देशों में हर साल किसान जैविक लीची भेजते हैं ।बिहार में ताऊ ते तूफान की वजह से कई शहरों में बारिश हुई बारिश की वजह से जहां एक और शहरों का हाल बेहाल हो गया वही मुजफ्फरपुर की शाही लीची के लिए यह बारिश वरदान बन कर आई है ।बताया जा रहा है कि हल्की बारिश होने की वजह से अब शाही लीची में मिठास भर जाएगी वही लीची में जल्द ही लाली आ जाएगी। लेकिन किसानों की माने तो इस बार लिची मई के तीसरे हफ्ते से बाजार में तैयार होकर उतरने लगेगी।

किसानों की मानें तो इस बार लिची की फसल देर से बाजार में आएगी ।वही लीची किसान फसल तैयार होने से पहले टेंशन में है क्योंकि लॉक डाउन की वजह से किसानों को दूसरे शहर में लीची भेजने में कठिनाई आ रही है। पिछले दिनों सरकार ने किसानों के लिए राहत देते हुए लॉकडाउन में भी आरा मशीन खोलने की इजाजत दी थी जिससे लीची किसान अपने फल को ट्रांसपोर्ट मे करोना के नियमों का पालन करते हुए भेज सकते हैं। कई किसानों ने बताया कि लीची भेजने के लिए लाइसेंस बनवाया था लेकिन करोना के कारण एग्रीमेंट नहीं हो पाया, कई देश में लीची भेजने में अच्छी कीमत मिलती है इससे पहले वह दुबई लीची भी भेजते थे लेकिन लोग वैसे अब संभव नहीं है देश से बाहर जाना। लीची मुजफ्फरपुर में लीची कारोबारी 90 से ₹100 किलो की दर से किसान से खरीदते हैं और मार्केट के मांग के हिसाब से कई मॉल और खुले बाजार मे बेचते हैं।

Subscribe to my channel



