covid vaccine sale: कोरोना की वैक्सीन बेचकर सिर्फ तीन महीने में ये कंपनी हुई मालामाल, जानिए कितनी की कमाई
कोविड-19 का संक्रमण रोकने में फाइजर की वैक्सीन काफी असरदार साबित हो रही है, पहली तिमाही में फाइजर का वैक्सीन से मुनाफा $90 करोड़ के पास आसपास रह सकता है फाइजर ने अब तक दुनिया के 91 देशों को 43 करोड़ वैक्सीन भेजा है दुनिया के गरीब देशों को फाइजर की कोरोनावायरस वैक्सीन का सिर्फ 0.2 फ़ीसदी ही मिला है
TEAM IBN- नई दिल्ली –पिछले साल जब दुनिया भर में कोरोनावायरस महामारी (covid-19) की शुरुआत हुई तो दवा कंपनी फाइजर (pfizer) ने रिकॉर्ड टाइम में वैक्सीन बना लिया। इसके बाद फाइजर ने एक बड़ा फैसला लिया। अन्य कई प्रतिद्वंदी दवा कंपनियों के उलट फाइजर ने अपने कोरोनावायरस वैक्सीन (Covid-19 vaccine) से मुनाफा कमाने का फैसला किया। कोरोना वायरस संकट के दौर में पिछले साल कई दवा कंपनियों ने यह फैसला किया था कि वह कोविड-19 की वैक्सीन में मुनाफा कमाने पर ध्यान नहीं देंगी। मंगलवार को दुनिया की प्रमुख दवा कंपनी फाइजर ने घोषणा की कि इस साल के सिर्फ 3 महीने में कंपनी ने 3.5 अरब डॉलर की कमाई की है। यह कंपनी के कुल रेवेन्यू का करीब एक चौथाई है। कोरोना वैक्सीन फाइजर की कुल कमाई में बहुत बड़ा योगदान कर रही है।
90 करोड़ डॉलर का मुनाफा
फाइजर ने हालांकि यह नहीं बताया है कि उसने कोरोना वैक्सीन बेचकर कितना मुनाफा कमाया है। कंपनी ने कहा है कि कोरोना वैक्सीन बनाने के बाद मुनाफे के उसके पहले के अनुमान में 20 फ़ीसदी तक की वृद्धि हो सकती है। इसका मतलब यह भी है कि पहली तिमाही में फाइजर का वैक्सीन से मुनाफा $90 करोड़ के पास आसपास रह सकता है। फाइजर ने दुनिया में सबसे पहले कोरोनावायरस इन डेवलप कर ली और इस वजह से उसे काफी तारीफें मिली है. फाइजर की कोरोना वैक्सीन ने दुनिया भर में बहुत से लोगों की जान बचाने में कामयाबी भी हासिल की है।
दुनिया के रईसों के लिए वैक्सीन
फाइजर की कोरोना वैक्सीन दुनिया के अमीर लोगों तक पहुंच रही है। फाइजर के चीफ एग्जीक्यूटिव ने हालांकि यह कहा था कि वह गरीब देशों को भी कोरोना वैक्सीन देने पर विचार कर रहे हैं। कोविड-19 का संक्रमण रोकने में फाइजर की वैक्सीन काफी असरदार साबित हो रही है। इस वजह से इसके चीफ एग्जीक्यूटिव ने कहा था कि वह इस वैक्सीन तक सभी की पहुंच सुनिश्चित करना चाहते हैं।
अमीर देशों में हर चौथे व्यक्ति का टीकाकरण
अप्रैल के मध्य तक दुनिया के अमीर देशों ने फाइजर की कोविड-19 का 70 करोड़ डोज में से 87% खरीद लिया था। दुनिया के गरीब देशों को फाइजर की कोरोनावायरस वैक्सीन का सिर्फ 0.2 फ़ीसदी ही मिला था। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। अमीर देशों में हर 4 में से 1 लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं। गरीब देशों में स्थिति यह है कि 500 लोगों में से सिर्फ एक को अब तक कोरोनावायरस वैक्सीन लग पाई है। फाइजर ने पहले यह कहा था कि वह दुनिया भर में अपनी कोरोना वैक्सीन पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
फाइजर ने भेजा 43 करोड़ वैक्सीन
कंपनी ने मंगलवार को कहा कि इसने अब तक दुनिया के 91 देशों को 43 करोड़ वैक्सीन भेजा है। फाइजर की प्रवक्ता शेरोन कैस्लियो ने कहा कि यह बताना मुश्किल है कि वैक्सीन की कितनी डोज गरीब देशों में गई है। अब फाइजर ने कहा है कि अब वह कोरोना वैक्सीन की बिक्री से मुनाफा कमाने पर ध्यान नहीं दे रही है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के आंकड़ों से यह समझ आता है कि फाइजर ने अब तक दुनिया के गरीब देशों को कोरोना वैक्सीन के रूप में मदद नहीं पहुंचाई है।